ए. के. गांधी सुविख्यात इतिहासकार, लेखक व अनुवादक हैं और भारत के अनेक प्रतिष्ठित प्रकाशनों से उनकी पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उन्होंने इतिहास के अनेक पहलुओं और तथ्यों को एक नए कलेवर में परोसने के साथ ऐसे अनेक रहस्यों को भी उजागर किया है जो अभी तक पाठकों के संज्ञान में नहीं थे। वह अपनी बात को न केवल रोचक ढंग से कहते हैं, बल्कि अपनी बात को दृढ़ता से भी कहते हैं, बिना किसी एजेंडे के अधीन, ताकि पाठक सही परिप्रेक्ष्य में इतिहास को समझ सकें। इस गुण के कारण वह पिछले दो दशकों से भी अधिक समय से पाठकों के प्रिय बने हुए हैं। वह दोनों हिन्दी व अंग्रेजी में लिखते हैं। ...
इतिहासकार के रूप में उनकी कुछ पुस्तकें हैं - 1857 क्रांति व क्रांतिधरा (राष्ट्रीय पुस्तक न्यास), प्रताप, शिवाजी और छत्रसाल (मध्य प्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी, यह दो वर्ष तक राज्य के पाठ्यक्रम में रही), 'भारतीय थल सेना - बढ़ते कदम ( किताबघर प्र. ) Dance to Freedom (फिंगरप्रिंट्स प्र.), Subhas Death That Wasn't (प्रभात प्र.), 'महर्षि दयानंद और 1857 क्रांति (एटलांटिक प्र.), व अन्य अनेक। उन्होंने अनेक व्यापारिक व्यक्तित्वों, राजनेताओं और खिलाड़ियों की जीवनियां लिखी हैं जिनमें स्वामी रामदेव, इंद्रा नूयी, रतन टाटा, अब्दुल कलाम व अन्य अनेक व्यक्तित्व सम्मिलित हैं। उनकी पुस्तक 1857 क्रांति व क्रांतिधरा पर अनेक समाचार-पत्रों का ध्यान आकर्षित हो चुका है, उनकी पुस्तक प्रताप, शिवाजी और छत्रसाल की समीक्षा केंद्र सरकार की पत्रिका 'पुस्तक संस्कृति' में छप चुकी है, साथ ही, उनकी पुस्तक Dance to Freedom पर ए.बी.पी., आजतक जैसे टी. वी. चैनलों व अनेक प्रसिद्ध पॉडकास्टरों ने पॉडकास्ट बनाए हैं व अनेक प्रसिद्ध समीक्षकों ने इसकी समीक्षा की है। मुकेश अंबानी पर उनकी जीवनी को इकॉनॉमिक टाइम्स ने प्रथम स्थान दिया था और आजतक रेडियो ने सुचेता कृपलानी पर उनकी जीवनी पर कार्यक्रम किया था। दैनिक जागरण, अमर उजाला आदि समाचार-पत्रों व न्यूज नेशन, इंडिया टीवी आदि जैसे चैनलों ने उनके विचारों को समाहित किया है। लेखक के रूप में उनकी कुछ अन्य पुस्तकों में Language Across the Curriculum, Understanding Disciplines and Subjects, Text Reading and Reflections आदि सम्मिलित हैं, जिन्हें अनेक विश्वविद्यालयों में पढ़ाया जाता है। अनुवादक के रूप में उन्होंने अनेक पुस्तकों पर कार्य किया है जिनमें रेजांग ला का युद्ध (पेंग्विन-NBT), 'ज्योतिपुंज' (नरेंद्र मोदी द्वारा लिखित, प्रभात प्रकाशन), 'गोंड, 'कोमगता मरू', 'भूमि सुपोषण' (राष्ट्रीय पुस्तक न्यास), व अन्य अनेक शामिल हैं। वह प्रधानमंत्री युवा लेखन योजना के अंतर्गत मेंटोर भी रहे हैं और उनके निर्देशन में तीन युवा लेखकों की पुस्तकें राष्ट्रीय पुस्तक न्यास से प्रकाशित हो चुकी हैं।